आजीवन कारावास की सजा काट रहे 10 कैदियों को मिली  रिहाई

 

हरिद्वार: जिला कारागार में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 10 कैदियों को आखिरकार रिहाई मिल गई। कैदियों से मिलकर स्वजन भावुक हो उठे। वहीं, कैदियों की आंखें भी खुशी से छलक उठी। राज्यपाल के आदेश पर ये रिहाई हुई है। 


प्रदेश की अलग-अलग जेलों में सजा काट रहे बुजुर्ग कैदियों की रिहाई के लिए कई दिन से कवायद जारी थी। शासन ने इस संबंध में जेल प्रशासन से रिपोर्ट मांगी थी। 70 साल से अधिक की उम्र के कैदियों की रिहाई के लिए शासन ने राज्यपाल को रिपोर्ट भेजी थी, जिसके बाद उनकी रिहाई का रास्ता साफ हो सका। 

जिला जेल में कैद 10 कैदियों की रिहाई के आदेश जिला जेल प्रशासन को मिल गए थे। शनिवार की सुबह कागजी औपचारिकता पूरी होने के बाद कैदियों को रिहा कर दिया गया। वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने बताया कि हत्या के मामले में प्रेम पुत्र शीशराम सैनी, हत्या व आर्म्स एक्ट में योगेंद्र उर्फ गेंदर पुत्र बलजीत उर्फ बलो, नियाज पुत्र अब्दुल लईक, गैर इरादतन हत्या में गोविंद सिंह पुत्र दीवान सिंह, हत्या में कबीर पुत्र गुलामुद्दीन व नईम पुत्र मजीद, हत्या के प्रयास में नूरहसन पुत्र मकसूद प्रधान निवासी सराय ज्वालापुर, हत्या के ही मामले में लाला, छोटन, वेदपाल पुत्रगण चूढ़ा को रिहा किया गया है। सभी कैदियों के परिजन उन्हें लेने के लिए जिला कारागार रोशनाबाद पहुंचे और माला डालकर स्वागत किया। कैदियों और परिजनों ने एक दूसरे को गले मिलकर रिहाई की बधाई दी। 

लंबे अरसे बाद जेल से बाहर आए कैदियों की आंखों में अलग ही चमक नजर आई। परिजन भी खुशी से गदगद रहे।