उत्तराखंड मदरसा बोर्ड की चेतावनी,अरबी मदरसों के बच्चों को चंदे में लगाया तो मदरसा प्रबंधकों पर दर्ज होगा मुकदमा, निरस्त होगी मदरसे का मान्यता

 

उत्तराखंड के अरबी मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों से चंदा मंगाया गया तो ऐसे मदरसों पर सख्त कार्यवाही होगी।ऐसे मदरसों को लेकर मदरसा बोर्ड अब सख्त हो गया है।रुड़की के मंगलौर एक अरबी मदरसे में पहुंचे उत्तराखंड मदरसा बोर्ड के चेयरमैन मुफ्ती शमून कासमी ने बड़ी बेबाकी के साथ कहा की ऐसे मदरसे जिनमे बच्चों से चंदा मंगवाया जाता है अब ऐसे मदरसों की खैर नहीं उत्तराखंड मदरसा बोर्ड ने इस मामले को गंभीरता से लिया है अब ऐसे मदरसा प्रबंधकों के खिलाफ केस दर्ज होने के साथ साथ उनकी मान्यता भी रद्द की जाएगी। अरबी मदरसे में पहुंचने पर मुफ्ती शमून कासमी का फूल मालाओं से जोरदार स्वागत किया गया।इस मौके पर मुफ्ती शमून ने कहा की मदरसा बोर्ड अरबी मदरसों को हाईटेक बना रहा है मदरसों में अरबी उर्दू के साथ साथ हिंदी इंग्लिश और विज्ञान की पढ़ाई भी शुरू की गई है एन सी ई आर टी का कोर्स लगातार पढ़ाया जा रहा है।

अब मदरसे के छात्र दीनी तालीम के साथ साथ आधुनिक शिक्षा भी ग्रहण कर सकेंगे।मुफ्ती शमून ने कहा की उत्तराखंड में अरबी मदरसों को पहले से अधिक सुविधाएं मिल रहीं हैं अरबी मदरसों के बच्चे भी अब विकास की मुख्य धारा से जुड़ेंगे । उन्होंने कहा की अल्लाह के नबी ने जो इंसानियत और भाईचारे का पैगाम पूरे आलम को दिया है उसी को आगे बढ़ाने की कोशिश होनी चाहिए इस्लाम में नफरत का कही पर जिक्र नहीं है इसलिए हमेशा आपसी भाईचारे और सौहार्द के साथ अपने देश और प्रदेश में अपना अहम योगदान छात्रों को देना है ।मुफ्ती शमून कासमी ने छात्रों से अपील करते हुए कहा की छात्र इस देश का भविष्य हैं वह पढ़ लिखकर अपने देश और प्रदेश के विकास में अहम योगदान दें।उन्होंने कहा की मदरसों में अभी बहुत काम करने की आवश्यकता है ताकि मदरसे के बच्चे भी किसी भी प्रतियोगिता में पीछे ना रहें।