धनौरी पी.जी कॉलेज में जलवायु परिवर्तन को लेकर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का हुआ समापन।

 

 

धनौरी। शनिवार को धनौरी पी.जी. कॉलेज में भूगोल विभाग द्वारा आयोजित समाज पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव पर प्रसारित राष्ट्रीय संगोष्ठी के समापन समारोह में पहुंचे मुख्य अतिथि डॉ. हितेंद्र सिंह, विशेष अतिथि प्रोफेसर अंजनी प्रसाद दुबे, प्रोफेसर नमिता जोशी, डॉ. मनोज कुमार त्रिपाठी,  प्राचार्य डॉ. विजय कुमार, उप प्राचार्या डॉ. अलका सैनी और कार्यक्रम संयोजक डॉ. राहुल कुमार द्वारा संयुक्त रूप से कार्यक्रम समारोह का सुभारंभ  किया गया।

 कार्यक्रम में पहुंचे मुख्य अतिथि डॉ. हितेंद्र सिंह ने जल की उपयोगिता के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पानी हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण बिंदु है तथा पीने योग्य पानी के पैमाने के बारे सबको पता होना आवश्यक है।

उन्होंने वर्षा के जल को संरक्षित करने पर विशेष बल दिया। विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर अंजनी प्रसाद दुबे ने कहा कि जलवायु परिवर्तन एक गंभीर चिंतन का विषय है। उन्होंने जलवायु परिवर्तन से मानव जीवन, कृषि, आर्थिक व्यवस्था पर क्या प्रभाव हो रहे हैं के बारे में  भी अवगत कराया। अतिथि डॉ. अमिता श्रीवास्तव ने बताया कि जलवायु परिवर्तन का मुख्य कारण मानव गतिविधियाॅ है। वही अतिथि प्रोफेसर नमिता जोशी ने कहा कि हमें जलवायु परिवर्तन से पर्यावरण पर होने वाले दुष्प्रभाव के प्रति सचेत, संवेदनशील और जागरूक होने की आवश्यकता है। 

डॉ.पंकज चौहान ने मिट्टी की उपयोगिता के बारे में जानकारी दी। वही डॉ. मनोज कुमार त्रिपाठी ने प्लास्टिक  थैली के उपयोग से मानव जीवन में दुष्प्रभाव पर प्रकाश डाला। डॉ. अंकुर कुमार ने भी मौखिक रूप से अपने शोध की जानकारी दी। 

महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं अंजू एम.ए. तृतीय सेमेस्टर, सुरभि एम.ए. पंचम सेमेस्टर, अजय कुमार वी.ए. तृतीय सेमेस्टर, वर्षा रानी बी.एस.सी प्रथम सेमेस्टर की छात्रा ने भी जलवायु परिवर्तन एवं ग्लोबल वार्मिंग पर अपने विचार प्रस्तुत किये। कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर विजय कुमार ने सभी मुख्य अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन दिया। कार्यक्रम में मंच संचालन डॉ. कल्पना भट्ट के द्वारा किया गया। इस मौके पर सहायक आचार्यगण सहित बड़ी  संख्या में  छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।