दादूपुर गोविंदपुर के रिहायशी इलाकों में बने 03 कबाड़खानों के गोदामो में लगी भीषण आग लाखों का सामान जलकर हुआ खाक

 

हरिद्वार। बहादराबाद के दादूपुर गोविंदपुर में 03 कबाड़खानों के गोदामो में लगी भीषण आग लाखों का सामान जलकर हुआ खाक । हरिद्वार में बहादराबाद के दादुपुर गोविंदपुर रिहायशी इलाके में बने कबाड़खानो के गोदामो में लगी भीषण आग, एक बार फिर बड़ा हादसा होने से टला, लाखों का सामान जलकर हुआ खाक एक ही जगह एक माह में फिर दुसरी बार लगी तीन कबाड़खानो में भीषण आग हरिद्वार व सिडकुल दमकल विभाग युनिट कि 04 गाड़ीयो के साथ डेढ़ दर्जन से ज्यादा दमकल कर्मियों ने आग पर तो काबू पा लिया लेकिन प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं कि बगैर किसी एन.ओ.सी और परमिशन के ये कबाड़खानो के गोदाम रिहायशी इलाकों में कैसे चल रहे है.

आग लगने के बाद आसपास के रिहायशी मोहल्लो में दहशत का आलम है, आसपड़ौस के लोगों की तो बोलती बंद हो गई थी. आग लगने और बुझने के बाद खानापूर्ति के लिए हमेशा जांच कमेटी गठित कर दी जाती है।आखिर रिहायशी इलाको में कबाड़खानो के गोदाम कैसे संचालित हो रहे हैं इसका जवाब  कार्यवाहक विभागों की ओर से हमेशा उल्टा-पुल्टा ही क्यों मिलता है।


आग की चपेट में आये गोदामों में तिरपाल, पन्नी और रस्सियां और अन्य स्क्रैप और इसके अलावा प्लास्टिक की रस्सियों का भी भारी स्टॉक था. देर रात तक तीनों गोदाम धू-धूकर जलते रहे. और लाखों का सामान जलकर खाक हो गया। रिहायशी इलाकों में बने कबाड़खानो के गोदामों में फिर आग लगने की घटना के बाद प्रशासन एक बार फिर नींद से जाग सकता है। जब पहले यहां आग लगी थी और जांच के आदेश दिए गए थे पिछली जांच का क्या हुआ किसी को कुछ पता नहीं.

अभिनव त्यागी सीएफओ हरिद्वार का कहना है कि "03 कबाड़खानो के गोदाम में आग लग गई थी. इस आगजनी में पूरा गोदाम जलकर राख हो गया. इसमें कितना नुकसान हुआ है, इसका अभी आंकलन नहीं हो पाया है. किसी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई है पूरे मामले की जांच की जाएगी,