
नैनीताल, 9 मई — उत्तराखंड सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) ने शुक्रवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए नैनीताल जनपद में तैनात मुख्य कोषाधिकारी विशेष कुमार राणा और पूर्व एकाउंटेंट बसंत जोशी को ₹1,20,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई विजिलेंस की हल्द्वानी इकाई द्वारा एक शिक्षक की शिकायत पर की गई।

शिकायत में शिक्षक ने आरोप लगाया था कि उनकी सेवा पुनः बहाल कराने के एवज में इन अधिकारियों द्वारा रिश्वत की मांग की जा रही थी। शिक्षक के अनुसार, उनकी नियमित नियुक्ति हेतु न्यायालय द्वारा आदेश पारित किया गया था, जिस पर अमल कराने में संबंधित अधिकारियों की भूमिका थी।

शिकायत को गंभीरता से लेते हुए सतर्कता विभाग ने पहले गोपनीय जांच की, जिसमें आरोप सही पाए गए। इसके बाद 9 मई को एक ट्रैप टीम का गठन किया गया और नैनीताल में जाल बिछाया गया। इस दौरान मुख्य कोषाधिकारी विशेष कुमार राणा (वित्त एवं लेखा सेवा अधिकारी, 2010 बैच) और पूर्व एकाउंटेंट बसंत जोशी को रिश्वत की रकम स्वीकार करते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया गया।

गिरफ्तारी के बाद दोनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इस साहसिक कार्रवाई के लिए विजिलेंस के महानिदेशक डॉ. एम.पी. मुरुगेशन ने टीम की सराहना करते हुए उन्हें पुरस्कार देने की घोषणा की है।
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सतर्कता विभाग की अपील: यदि किसी भी सरकारी विभाग में कोई अधिकारी या कर्मचारी कार्य के एवज में रिश्वत की मांग करता है, तो इसकी सूचना तुरंत सतर्कता अधिष्ठान की हेल्पलाइन नंबर 1064 या व्हाट्सएप नंबर 9456592300 पर दें।